297 साल बाद रक्षाबंधन पर बन रहा खास संयोग
जाने राखी बांधने का कौन का मुहूर्त है शुभ
रक्षा बंधन सिर्फ एक रस्म नहीं, बल्कि भाई-बहन के प्यार, विश्वास और सुरक्षा का प्रतीक है। इस साल का रक्षाबंधन बेहद खास है क्योंकि ऐसा शुभ ग्रह संयोग 297 वर्षों बाद बन रहा है। खास बात यह है कि इस बार भद्राकाल का साया नहीं रहेगा, यानी बहनें सुबह से शाम तक किसी भी समय राखी बांध सकेंगी। साथ ही सुबह 5:47 से दोपहर 2:23 तक 'सर्वार्थ सिद्धि योग' रहेगा, जो इस पर्व को और भी शुभ बनाता है। ऐसा ज्योतिषीय संयोग अंतिम बार 1728 में बना था। पौराणिक कथाओं के अनुसार, जब श्रीकृष्ण के हाथ में चोट लगी थी, तो द्रौपदी ने अपनी साड़ी फाड़कर उनके हाथ में बांधी थी — तभी से राखी सिर्फ एक धागा नहीं, बल्कि प्रेम, सुरक्षा और अटूट रिश्ते का वचन बन गई है।