दिल्ली बैठक के बाद सीएम और डिप्टी सीएम के बीच दूरीयां बढ़ीं ,अटल बिहारी वाजपेयी को श्रदांजलि देनें दोनों पहुंचे अलग-अलग
हिमाचल कांग्रेस में सुब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। सीएम सुखविदंर सिंह सुक्खू और डिप्टी सीएम मुकेश अग्नीहोत्री के बीच दूरीयां लगातार बढ़ती ही जा रही हैं। दिल्ली बैठक के बाद दोनों पूरी तरह से अलग-अलग रास्तों पर चलते दिख रहे हैं। आज रिज मैदान पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुन्य तिथि पर दोनों नेता अलग-अलग गए। डिप्टी सीएम राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ल के साथ कार्यक्रम मे सुबह शामिल हुए। उनके साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह भी थीं।
जबकि इसके बाद सीएम सुखविदंर सिंह सुक्खू शिमला के विधायक हरीश जनार्था और अन्य लोगों के साथ रिज पहुंचे। बताया जा रहा है कि दोनों कार्यक्रम अलग-अलग थे। लेकिन दोनों की व्यवस्था का जिम्मा नगर निगम प्रशासन के ऊपर था। इसी बीच राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ल ने विश्वविद्यालयों में कुलपति की नियुक्तीयों को लेकर मीडिया से बातचीत भी की। वहीं उनके बाद पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रदांजलि देने पहुंचे सीएम ने भी इस विषय पर अपना मत रखा। यह भी राजभवन और सरकार के बीच चल रहे विवाद को और तूल दे गया है। लेकिन पूरे प्रदेश में चर्चा चल पड़ी है कि एक कार्यक्रम 9 बजे और दूसरा 10 बजे क्यों किया गया। राज्यपाल के साथ डिप्टी सीएम मुकेश अग्नीहोत्री और प्रतिभा सिंह ने भाग लिया। लेकिन उसके बाद पहुंचे अपनी ही पार्टी के सीएम के कार्यक्रम में दोनों ने भाग क्यों नहीं लिया। डिप्टी सीएम ऐसे वक्त में राज्यपाल के साथ कार्यक्रम में पहुंचे जब मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का लगातार राजभावन के साथ टकराव चल रहा है। राज्य कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने भी अपने मुख्यमंत्री के साथ इस कार्यक्रम में जाना गवारा नहीं समझा और उन्होंने भी मुकेश अग्नीहोत्री का साथ दिया। अगर कांग्रेस पार्टी में ऐसा ही चलता रहा तो आने वाले पंचायतीराज और स्थानीय निकायों के चुनावों में भी भाजपा को लाभ मिल सकता है।