1950 से चल रहा नेरी प्राथमिक स्कूल बंद, अभिभावकों और ग्रामीणों में आक्रोश
सुंदरनगर/24/08/2025
सुंदरनगर। प्रदेश सरकार जहां शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के दावे कर रही है, वहीं दूसरी ओर बच्चों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। मंडी जिले की तिहरी तहसील के नेरी गांव में शिक्षा विभाग ने अचानक 1950 से चल रहे प्राथमिक पाठशाला नेरी को बंद कर दिया। विभाग ने इस स्कूल को समीपवर्ती मिडल स्कूल में मर्ज करने का निर्णय लिया है। इस निर्णय से स्थानीय ग्रामीणों और अभिभावकों में भारी रोष है। उनका कहना है कि स्कूल बंद होने से छोटे बच्चों को अब दूर मिडल स्कूल जाना पड़ेगा और इससे उनकी सुरक्षा पर भी खतरा मंडरा रहा है।
नेरी गांव में पहले से ही एक मिडल स्कूल संचालित है और अब विभाग ने प्राथमिक विद्यालय को उसी में मर्ज कर दिया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि इस निर्णय से छोटे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होगी। छोटे बच्चे अब खड़ी चढ़ाई और पत्थरीले रास्ते से होकर मिडल स्कूल पहुंचेंगे, जहां तक पहुंचना उनके लिए बेहद मुश्किल है। रास्ते में भारी वाहन भी गुजरते हैं जिससे बच्चों की जान को खतरा है। अभिभावकों का कहना है कि शिक्षा विभाग ने बिना सोचे-समझे यह फैसला लिया है और जमीनी स्थिति को बिल्कुल भी नहीं देखा।
इस निर्णय का असर कांडी गांव के बच्चों पर भी पड़ा है। पहले जहां बच्चे नजदीकी प्राथमिक विद्यालय नेरी में पढ़ने आते थे, अब उन्हें भी आठ किलोमीटर पैदल चलकर मिडल स्कूल तक जाना पड़ रहा है। अभिभावकों का कहना है कि इतनी दूरी छोटे बच्चों के लिए असंभव है और इसका सीधा असर उनकी पढ़ाई पर पड़ेगा।
ग्रामीणों और अभिभावकों ने आरोप लगाया है कि विभाग ने उनकी राय लिए बिना यह फैसला लिया। स्थानीय स्तर पर हुई स्कूल प्रबंधन समिति (एसएमसी) की बैठक में भी इस फैसले का विरोध किया गया और प्रस्ताव पारित कर शिक्षा विभाग से प्राथमिक विद्यालय को पुनः शुरू करने की मांग की गई। अभिभावकों ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार और शिक्षा विभाग ने इस मुद्दे पर तुरंत कदम नहीं उठाए, तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।