आपदा प्रबंधन पर असफल सुक्खू सरकार : जयराम ठाकुर का बड़ा हमला
ऊना/25/08/2025
ऊना: प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश, भूस्खलन और बादल फटने की घटनाओं से हिमाचल में आपदा का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है। जान-माल का नुकसान तेजी से बढ़ रहा है और प्रभावितों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। लेकिन इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं।
ऊना में मीडिया से बातचीत करते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री आपदा के कारण गिनाने में लगे हैं, जबकि असल जरूरत राहत और पुनर्वास कार्यों की है। उन्होंने कहा कि सरकार को आपदा के कारण बताने के बजाय प्रभावितों को तुरंत राहत और पुनर्वास सुनिश्चित करने पर ध्यान देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि बीते दो दिनों में सिरमौर, शिमला, कांगड़ा, धर्मशाला, कुल्लू, मंडी, चंबा, डलहौजी, रामपुर, किन्नौर और लाहौल–स्पीति में भारी बारिश और बादल फटने की घटनाएं हुई हैं, जिससे कई जगह भूस्खलन भी हुआ है। ऐसे हालात में सरकार और प्रशासन को गंभीरता से प्रभावितों तक राहत पहुंचानी चाहिए।
जयराम ठाकुर ने यह भी कहा कि प्रदेश में आपदा प्रभावितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, लेकिन सरकार उनकी मदद करने की बजाय आंकड़ों में उलझी हुई है। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि सरकार को सुनिश्चित करना चाहिए कि आपदा से होने वाला नुकसान कम से कम हो और प्रभावितों को राहत समय पर मिले।
उन्होंने भाजपा की संगठनात्मक कार्यशाला का जिक्र करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी अपने संविधान के अनुसार काम करती है और इस तरह की कार्यशालाओं का आयोजन नए पदाधिकारियों को प्रशिक्षण और मार्गदर्शन देने के लिए किया जाता है।
लोगों से सतर्क रहने की अपील
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अगले दो दिनों तक मौसम खराब रहने की संभावना है। इसलिए प्रदेशवासियों को सतर्कता बरतनी चाहिए, अनावश्यक यात्राओं से बचना चाहिए और नदी-नालों से दूर रहना चाहिए। उन्होंने अपील की कि लोग अपने परिवार का ध्यान रखें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।