आपदा में घिरा प्रदेश, लेकिन मुख्यमंत्री गायब: जयराम ठाकुर का बड़ा हमला
शिमला/28/08/2025
शिमला। हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही प्राकृतिक आपदाओं से आम जनता बेहाल है। सड़कें, संचार और बिजली व्यवस्था ठप पड़ी है, हजारों लोग पहाड़ों में फंसे हुए हैं और मणिमहेश यात्रा पर भी संकट छाया हुआ है। इन हालातों के बीच नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर बड़ा हमला बोला है।
पत्रकारों से बात करते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में आपदा से हाहाकार मचा है, लेकिन मुख्यमंत्री सदन और प्रदेश दोनों से नदारद हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि विधानसभा में आपदा राहत पर सवाल पूछे जाने के बावजूद सरकार ने गंभीर जवाब देने के बजाय राजनीतिक बयानबाजी की। इस रवैये से नाराज होकर भाजपा विधायक दल को वॉकआउट करना पड़ा।
जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश का बड़ा हिस्सा पूरी तरह से बाहरी दुनिया से कटा हुआ है, संचार व्यवस्था ठप है, हजारों लोग सड़कों पर फंसे हुए हैं और कई जगह दो-दो दिन से लोग गाड़ियों में ही फंसे पड़े हैं। मणिमहेश यात्रा अपने अंतिम चरण में थी, लेकिन भारी संख्या में श्रद्धालु रास्तों में फंसे हुए हैं। ऐसे में सरकार को प्राथमिकता के तौर पर बड़े पैमाने पर रेस्क्यू अभियान चलाना चाहिए था। केंद्र सरकार से बातचीत कर ज्यादा से ज्यादा हेलीकॉप्टर मुहैया कराने की मांग करनी चाहिए थी, लेकिन मुख्यमंत्री प्रदेश की चिंता छोड़कर दूसरे प्रदेश में राजनीतिक रैलियों में व्यस्त हैं।
उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री राहुल गांधी की गाड़ी पर बैठने को प्राथमिकता दे रहे हैं, जबकि हिमाचल के आपदा प्रभावित लोग भगवान भरोसे छोड़ दिए गए हैं।
“जनादेश चोरी कर किस मुंह से वोट अधिकार यात्रा निकाल रहे हैं सीएम?”
जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री पर और भी तीखे हमले बोले। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने झूठी गारंटियों के नाम पर हिमाचल के लोगों का जनादेश चुराया और अब मुख्यमंत्री प्रदेश के हालात संभालने की बजाय वोट अधिकार यात्रा निकाल रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि हिमाचल में हजारों स्कूल बंद कर दिए गए, युवाओं की नौकरियां छीनी गईं, कर्मचारियों का डीए रोका गया, बीमारों का इलाज रुका और आपदा राहत पैकेज का पैसा प्रभावितों तक नहीं पहुंचा। बावजूद इसके मुख्यमंत्री बिहार जाकर कांग्रेस का चुनाव प्रचार करने में व्यस्त हैं।
जयराम ठाकुर ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विधानसभा सत्र चल रहा है, बाहर लोग सरकार से जवाब मांग रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री प्रदेश हितों को ताक पर रखकर बाहर राजनीतिक कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं।
भाजपा नेता ने मांग की कि आपदा की इस गंभीर घड़ी में सरकार को राजनीति छोड़कर राहत और बचाव कार्यों को प्राथमिकता देनी चाहिए।