NEWS CHOICE

निष्पक्ष खबर, बेबाक अंदाज

मणिमहेश यात्रा में आफत: 11 श्रद्धालुओं की मौत, 9 लापता, 3000 फंसे रेस्क्यू ऑपरेशन तेज

चंबा/29/08/2025

mani yatra

हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में मणिमहेश यात्रा पर निकले हजारों श्रद्धालु भारी बारिश और भूस्खलन के चलते मुश्किल में फंस गए हैं। बीते चार दिन में 7 और कुल मिलाकर अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 9 श्रद्धालुओं के लापता होने की खबर है। प्रशासन ने यात्रा को सुरक्षा कारणों से स्थगित कर दिया है और एनडीआरएफ सहित राहत दल लगातार फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में जुटे हैं।

मणिमहेश यात्रा मार्ग पर चंबा-भरमौर नेशनल हाईवे बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका है। 80 किलोमीटर लंबे इस मार्ग पर 50 से अधिक जगह लैंडस्लाइड हुए हैं, जिससे श्रद्धालुओं को पैदल ही सफर करना पड़ रहा है। बुधवार शाम तक करीब 3200 श्रद्धालुओं को धन्छो से निकालकर हरसर भेजा गया, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। वहीं, सुंदरासी में फंसे 1500 यात्रियों को भी सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। डल झील, गौरीकुंड और धनछो में फंसे श्रद्धालुओं को भी प्रशासन जल्द निकालने की तैयारी में है।

स्थानीय लोग भी फंसे श्रद्धालुओं की मदद कर रहे हैं। कई परिवारों ने यात्रियों को अपने घरों में ठहराया और खाने-पीने की व्यवस्था की है। हालांकि, चंबा से भरमौर के बीच 50 किलोमीटर का लंबा हिस्सा पूरी तरह बाधित है और कई स्थानों पर आवाजाही बिल्कुल संभव नहीं।

प्रशासन के अनुसार, चंबा में राहत कार्यों के लिए चार हेलिकॉप्टर तैनात किए गए हैं और मौसम साफ होते ही उड़ानें शुरू की जाएंगी। लेकिन हाल ही में आई बारिश के बाद कई हेलिकॉप्टर कंपनियां सामान समेटकर लौट गई थीं, जिससे श्रद्धालुओं की चिंता और बढ़ गई है।

मोबाइल नेटवर्क और बिजली आपूर्ति भी लंबे समय तक बाधित रही थी, हालांकि अब कुछ क्षेत्रों में सेवाएं बहाल हो गई हैं। उधर, सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू इस समय बिहार दौरे पर हैं, जबकि राहत की स्थिति का जायजा लेने के लिए मंत्री जगत सिंह नेगी, विक्रमादित्य सिंह और विधायक कुलदीप सिंह पठानिया भरमौर रवाना हो गए हैं।

मणिमहेश यात्रा की इस त्रासदी ने एक बार फिर पहाड़ी इलाकों में बुनियादी ढांचे और आपदा प्रबंधन की चुनौतियों को सामने ला दिया है।

Scroll to Top