आपदा से जूझ रहे हिमाचल को केंद्र से आर्थिक पैकेज की जरूरत : हर्षवर्धन चौहान
शिमला – हिमाचल प्रदेश इन दिनों प्राकृतिक आपदा से जूझ रहा है। भारी बारिश और भूस्खलन से प्रदेश के कई जिलों में तबाही का मंजर है। खासकर कुल्लू, चंबा, मंडी और लाहौल-स्पीति सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।
उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने विधानसभा में कहा कि आपदा की गंभीर स्थिति को देखते हुए प्रदेश सरकार ने सर्वसम्मति से पारित राष्ट्रीय आपदा घोषित करने का संकल्प केंद्र सरकार को भेजा है। उन्होंने कहा कि यदि आवश्यकता पड़ी तो सरकार भाजपा नेताओं के साथ सर्वदलीय डेलिगेशन लेकर केंद्रीय गृह मंत्री से मिलने भी जाएगी।
हर्षवर्धन चौहान ने बताया कि प्रदेश की आर्थिक स्थिति मजबूत नहीं है, ऐसे में केंद्र से तुरंत आर्थिक पैकेज की जरूरत है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 में हिमाचल को 10,000 करोड़ का नुकसान हुआ था, लेकिन केंद्र से केवल 2,000 करोड़ की सहायता मिली।
उन्होंने जानकारी दी कि मुख्यमंत्री आज चंबा के आपदा प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं और राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी पहले से ही चंबा में राहत एवं बचाव कार्य की निगरानी कर रहे हैं। प्रभावित इलाकों में सड़कों को बहाल करने और फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकालने की प्राथमिकता दी जा रही है।
हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि चंबा और कुल्लू में सबसे ज्यादा तबाही हुई है। कई सड़कें पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी हैं और अस्थायी रास्ते खोलने का काम जारी है। उन्होंने विपक्षी विधायकों का सहयोग देने के लिए धन्यवाद किया और कहा कि आपदा की इस घड़ी में सभी को मिलकर केंद्र सरकार से मदद मांगनी होगी।