मणिमहेश यात्रा में अव्यवस्था पर बरसे पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
शिमला। नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मणिमहेश यात्रा के दौरान हुई अव्यवस्था और कुप्रबंधन को लेकर सरकार और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा के कारण श्रद्धालुओं को परेशानी उठानी ही पड़ी, लेकिन सरकार की नाकामी की वजह से हालात और भी खराब हुए।
जयराम ठाकुर ने कहा कि हजारों लोग कई दिनों तक यात्रा मार्ग पर फंसे रहे, लेकिन सरकार की तरफ से आपदा की व्यापकता के अनुरूप कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। मुख्यमंत्री प्रदेश की स्थिति को छोड़कर बिहार में चुनावी दौरे में व्यस्त रहे और जब दबाव बढ़ा तो चंबा पहुंचे, लेकिन वहां भी सिर्फ औपचारिकता निभाकर लौट गए।
मंत्री पर बदसलूकी का आरोप शर्मनाक : ठाकुर
नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि जब श्रद्धालुओं ने मंत्री से सवाल पूछे तो उन्होंने उल्टा तीखी भाषा का इस्तेमाल किया और पूछा कि उन्हें किसने बुलाया है। ठाकुर ने कहा कि आपदा के समय इस तरह का रवैया बेहद शर्मनाक है और हिंदू आस्था के प्रतीक मणिमहेश यात्रा के श्रद्धालुओं के साथ इस तरह का व्यवहार किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है।
चॉपर सेवा पर भी उठाए सवाल
जयराम ठाकुर ने कहा कि राहत और बचाव कार्य में भी गड़बड़ी सामने आई है। चॉपर सेवा में चंद यात्रियों से 75 हजार रुपये वसूले गए, जबकि हजारों लोग अब भी फंसे हुए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार झूठे आंकड़े जारी कर स्थिति को छिपाने की कोशिश कर रही है।
स्थानीय लोगों ने निभाई ‘देवदूत’ की भूमिका
ठाकुर ने कहा कि इस आपदा में जहां सरकार असफल रही, वहीं चंबा के स्थानीय लोगों ने फंसे श्रद्धालुओं की हर संभव मदद की और उन्हें अतिथि देवो भव की भावना से मान–सम्मान दिया। यही हिमाचल की असली संस्कृति और परंपरा है।
फागू में सुनी ‘मन की बात’
जयराम ठाकुर ने रविवार को शिमला जिला के फागू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ भी सुना। उन्होंने प्रधानमंत्री के स्वदेशी अभियान से जुड़ने की अपील का समर्थन किया और प्रदेशवासियों से स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने की अपील की। ठाकुर ने कहा कि आपदा प्रभावितों की मदद में हिमाचल प्रदेश के लोग तन, मन, धन से आगे आए हैं और प्रधानमंत्री के आह्वान पर आज भी त्रासदी झेल रहे परिवारों के साथ मजबूती से खड़े हैं।