यमुना और सहायक नदियों का रौद्र रूप, हरियाणा-दिल्ली में बाढ़ का अलर्ट
पांवटा साहिब/01/09/2025
हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते यमुना नदी और इसकी सहायक नदियां उफान पर हैं। पांवटा साहिब में यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, वहीं टोंस नदी, जो यमुना की सबसे बड़ी सहायक नदी है और हिमाचल के खोदरी व उत्तराखंड के कालसी में यमुना से मिलती है, भी उफान पर है। किलोड़ के पास टोंस नदी में लगभग 25 फीट ऊंची विशाल चट्टान जलमग्न हो गई है, जो दशकों में इतनी बाढ़ पहले कभी नहीं देखी गई।
ईछाड़ी डैम के 6 गेट खोले गए हैं और डाकपत्थर बैराज से भी पानी छोड़ा गया है। पांवटा साहिब का यमुना घाट पूरी तरह जलमग्न है, जबकि गुरुद्वारे के नीचे स्थित मंदिर के निचले प्रांगण में पानी भर चुका है। हथिनी कुंड बैराज में सुबह 4 बजे से जलस्तर बढ़ने लगा और यह तेजी से 3.29 लाख क्यूसेक तक पहुंच गया, जबकि यमुना के खतरे का निशान 2.50 लाख क्यूसेक है।
प्रशासन ने लोगों से नदी किनारे न जाने की चेतावनी दी है और बुजुर्गों व बच्चों को घर से बाहर न निकलने की अपील की है। जिला सिरमौर में शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए हैं और प्रशासन अलर्ट मोड में है। यमुनानगर, करनाल और सोनीपत सहित हरियाणा के कई जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। नहरों की सप्लाई बंद कर दी गई है और हथिनी कुंड बैराज से छोड़ा गया पानी यमुना में तेजी से बह रहा है।
विशेषज्ञों के अनुसार आने वाले 48 घंटे में यमुना का पानी दिल्ली तक पहुंच सकता है, जिससे बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और किसी भी आपातकालीन स्थिति में तुरंत संपर्क करने का निर्देश दिया है।