भारी बारिश से घुटनों पर हिमाचल: 6 की मौत, 1133 सड़कें बंद, स्कूल-कॉलेज ठप
शिमला/03/09/2025
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का कहर लगातार जारी है। प्रदेश के मंडी, कुल्लू और चंबा जिलों में तबाही का आलम है। बीते 12 घंटों में मंडी जिले में लैंडस्लाइड की चपेट में आने से छह लोगों की मौत हो गई, जबकि कुल्लू में एक घर के मलबे में दो लोग अब भी दबे हुए हैं। चंबा जिले में 500 से अधिक यात्री मणिमहेश यात्रा के दौरान फंसे हुए हैं।
भारी बारिश के चलते प्रदेश सरकार ने शिमला, सोलन, सिरमौर, कांगड़ा, बिलासपुर और कुल्लू समेत छह जिलों में बुधवार को सभी स्कूल-कॉलेज और शिक्षण संस्थानों में छुट्टी घोषित कर दी है। मंडी के धर्मपुर, कोटली, पधर, सरकाघाट, बल्ह, करसोग, बालीचौकी, सुंदरनगर, थुनाग और गोहर उपमंडलों में भी संस्थान बंद रहे।
मंडी के सुंदरनगर में जमनबाग इलाके में पहाड़ी का हिस्सा दरकने से दो घर दब गए, जिसमें एक ही परिवार के चार सदस्यों समेत कुल छह लोगों की मौत हो गई। वहीं कुल्लू के अखाड़ा बाजार में हुए भूस्खलन में एक कश्मीरी मजदूर और एनडीआरएफ का एक जवान 12 घंटे से मलबे में दबे हुए हैं।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) की रिपोर्ट के अनुसार इस मानसून सीजन में अब तक 341 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 182 मौतें प्राकृतिक आपदाओं और 159 सड़क हादसों में हुई हैं। इसके अलावा 41 लोग अभी भी लापता हैं और 389 घायल हैं। बारिश और भूस्खलन से अब तक 4,497 मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। 486 दुकानें और 4,008 पशुशालाएं ढह गईं, जबकि 1,912 मवेशियों और 25,755 पोल्ट्री बर्ड्स की जान गई है।
प्रदेश को अब तक 3,525 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हो चुका है। बारिश और भूस्खलन से सात नेशनल हाईवे और 1,133 सड़कें बंद हैं। इनमें एनएच-03, एनएच-05 (किन्नौर), एनएच-707 (सिरमौर), एनएच-21, एनएच-205 और एनएच-305 (आनी जलोड़ी-रामपुर) शामिल हैं। किन्नौर के निगुसलरी में पांच दिन से सड़क बंद है, जिससे सेब और सब्जियों के व्यापार पर भारी असर पड़ा है। चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे भी मंडी और कुल्लू में कई जगहों से बंद पड़ा है।