वरिष्ठ अभियंता का निलंबन रद्द करने की माँग, HPEA ने प्रबंधन पर उठाए सवाल
शिमला/04/09/2025
हिमाचल पावर इंजीनियर्स एसोसिएशन (HPEA) ने एच.पी.एस.ई.बी.एल. प्रबंधन द्वारा केलांग के वरिष्ठ अधिशाषी अभियंता (Sr.Xen) विजय कुमार ठाकुर के निलंबन को अन्यायपूर्ण और मनोबल तोड़ने वाला कदम बताया है। एसोसिएशन ने राज्य सरकार और प्रबंधन से इस निलंबन को तुरंत प्रभाव से रद्द करने की माँग की है।
जानकारी के अनुसार, 2 सितंबर 2025 को विजय कुमार ठाकुर को तथाकथित दुर्व्यवहार के आरोप में निलंबित कर दिया गया था। यह घटना मीडिया में व्यापक रूप से प्रकाशित हुई, जिसके चलते बिना निष्पक्ष जाँच के उनकी छवि धूमिल हो गई। HPEA द्वारा की गई प्रारंभिक जाँच में पाया गया कि श्री ठाकुर ने 2 जुलाई को अवकाश के लिए आवेदन किया था, जिसे 4 अगस्त को स्वीकृति मिली और उन्होंने 18 अगस्त से अवकाश ग्रहण किया। यह अवकाश 25 से 28 अगस्त के बीच आई प्राकृतिक आपदा से काफी पहले का था।
आपदा के बाद 28 अगस्त को प्रबंधन के निर्देश पर उन्होंने पुनः कार्यभार ग्रहण किया और विद्युत आपूर्ति बहाली के लिए हर संभव प्रयास किए। अपने निवेदन में उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि उपायुक्त ने उन्हें कई प्रत्यक्षदर्शियों के सामने अपमानित किया, जो गंभीर मामला है और जिसकी निष्पक्ष जाँच आवश्यक थी। लेकिन, इसके पूर्व ही निलंबन की कार्रवाई कर दी गई।
HPEA का कहना है कि एच.पी.एस.ई.बी.एल. के अभियंता और कर्मचारी कठिन परिस्थितियों में भी राज्यभर में बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। ऐसे में एक ईमानदार और मेहनती अभियंता को बिना प्रारंभिक जाँच निलंबित करना पूरे कार्यबल का मनोबल गिराने वाला है।
एसोसिएशन ने स्पष्ट किया कि मौजूदा हालात में अभियंताओं और कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने की जरूरत है, न कि उन्हें सजा देने की। इसलिए, उन्होंने प्रबंधन और राज्य सरकार से अपील की है कि विजय कुमार ठाकुर का निलंबन तुरंत प्रभाव से रद्द किया जाए ताकि कर्मचारी उत्साहपूर्वक और निर्भीक होकर जनता की सेवा कर सकें।