अमेरिकी शेयर बाजार में फिर से बबल का खतरा
निवेशकों को दी जा रही है सतर्कता की सलाह
अमेरिकी शेयर बाजार एक बार फिर अत्यधिक वैल्यूएशन के चलते बबल जैसी स्थिति की ओर बढ़ता नजर आ रहा है। निवेश और डेटा ब्लॉग Of Dollars and Data के लेखक निक मैग्युली ने हाल ही में अपने ब्लॉग पोस्ट में लिखा कि वे 2017 के बाद अब दोबारा अमेरिकी शेयर बाजार को लेकर बेयरिश यानी गिरावट की आशंका जता रहे हैं। उन्होंने संकेत दिया कि S&P 500 का प्राइस-टू-सेल्स रेशियो 3.2 के पास पहुंच चुका है, जो कि 1999 के डॉट-कॉम बबल और 2021 की कोविड रैली के दौरान देखे गए खतरनाक स्तर के बराबर है।
यह दर्शाता है कि बाजार बहुत ऊंचे वैल्यूएशन पर ट्रेड कर रहा है, और इतिहास के मुताबिक ऐसी स्थिति लंबे समय तक टिक नहीं पाती। इस बीच, बड़ी वित्तीय संस्थाएं भी निवेशकों को चेतावनी दे रही हैं। उदाहरण के तौर पर, वैनगार्ड जैसी प्रतिष्ठित फर्म ने अगले 10 वर्षों के लिए 70% बॉन्ड और 30% स्टॉक्स में निवेश की सलाह दी है, जो जोखिम से बचाव की रणनीति दर्शाती है।
टेक सेक्टर से भी मंदी के संकेत मिल रहे हैं, जैसे Meta द्वारा AI हायरिंग पर रोक लगाना, जबकि कुछ समय पहले ही कंपनी AI रिसर्चर्स को करोड़ों डॉलर के ऑफर दे रही थी। विश्लेषकों का मानना है कि मौजूदा माहौल 2021 जैसी सट्टेबाज़ी भरी स्थिति (speculative mania) की वापसी जैसा दिख रहा है, जहां Russell 3000 इंडेक्स की कंपनियों का मार्केट कैप एक बार फिर अपने पीक पर पहुंच चुका है।
इसी माहौल में Social Capital के फाउंडर Chamath Palihapitiya ने एक नया $250 मिलियन का SPAC - American Exceptionalism Acquisition Corp. (AEXA) लॉन्च किया है, जो एनर्जी, AI, डीसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस और डिफेंस जैसे क्षेत्रों में निवेश करेगा।
हालांकि, आलोचकों का कहना है कि चमथ के पिछले SPAC वेंचर्स जैसे IPOA और IPOC में निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है — जिनमें क्रमश: 99% और 75% तक की गिरावट आई थी। इन सभी संकेतों को देखते हुए विशेषज्ञ निवेशकों को सलाह दे रहे हैं कि वे इस समय बेहद सतर्कता से कदम उठाएं, अपने पोर्टफोलियो को संतुलित रखें और बॉन्ड जैसे सुरक्षित विकल्पों में निवेश बढ़ाएं, ताकि संभावित गिरावट के जोखिम से बचा जा सके।