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अस्पताल खाना लेकर पहुंची पत्नी को दिया तलाक तीन बार तलाक बोलकर रिश्ता किया खत्म

मंडी। 14|08|2025

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मंडी। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक महिला को उसके पति ने अस्पताल के बिस्तर पर लेटे-लेटे ही तीन तलाक दे दिया। मामला बल्ह थाना क्षेत्र का है, जहां पीड़िता शबनम परवीन ने मुस्लिम महिला विवाह अधिकार संरक्षण अधिनियम, 2019 के तहत शिकायत दर्ज करवाई है। यह मामला न केवल सामाजिक बल्कि कानूनी दृष्टि से भी गंभीर है, क्योंकि भारत में तीन तलाक को अवैध करार दिया जा चुका है। शबनम का निकाह पहले सदीक मोहम्मद के बड़े भाई से हुआ था, जिनकी मृत्यु के बाद सदीक ने उससे विवाह किया। दोनों की एक बेटी भी है, जबकि शबनम की पहली शादी से दो बच्चे हैं। शादी के कुछ समय बाद से ही सदीक का नशे और गुस्से वाला स्वभाव शबनम के लिए रोज़ का दुःख बन गया। मारपीट और गाली-गलौज की घटनाएं आम हो गईं, जिससे तंग आकर शबनम ने सुंदरनगर कोर्ट में घरेलू हिंसा के तहत केस दायर किया और अपने मायके कनैड लौट गई। 5 अगस्त को सदीक एक सड़क दुर्घटना में घायल हो गया और उसे नेरचौक मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया। 11 अगस्त को शबनम खाना लेकर अस्पताल गई, मन में उम्मीद थी कि टूटते रिश्ते में सुधार होगा, लेकिन इसके उलट हुआ। शबनम का आरोप है कि अस्पताल के बिस्तर पर लेटे पति ने पहले झगड़ा किया और फिर गुस्से में तीन बार "तलाक" कहकर रिश्ता खत्म कर दिया। उसने कहा, "अब तुम्हारा मेरा कोई नाता नहीं है, तुम मेरी जिंदगी से आज़ाद हो।" इस घटना के बाद शबनम ने पुलिस थाना बल्ह में मुस्लिम महिला (Protection of Rights on Marriage) अधिनियम की धारा 4 के तहत शिकायत दर्ज करवाई। डीएसपी हेडक्वार्टर दिनेश कुमार ने पुष्टि की कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। कानूनी रूप से भारत में 1 अगस्त 2019 से तीन तलाक को पूरी तरह से गैरकानूनी घोषित कर दिया गया है। मुस्लिम महिला विवाह अधिकार संरक्षण अधिनियम, 2019 के अनुसार, मौखिक, लिखित या किसी भी रूप में दिया गया तीन तलाक अमान्य माना जाएगा। इस कानून के तहत पति को तीन साल की सजा और जुर्माना दोनों हो सकते हैं। शबनम ने सवाल उठाया है कि अब वह और उसके तीन बच्चों का गुज़ारा कैसे चलेगा। उसका यह मामला सिर्फ एक परिवार की कहानी नहीं, बल्कि महिला अधिकारों और न्याय व्यवस्था की गंभीर परीक्षा भी है। अब देखना यह है कि पुलिस और कानून इस मामले में कितनी तेजी से और प्रभावी कार्रवाई करते हैं।

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