मंडी के बालीचौकी में बड़ा हादसा टला, चार मंजिला इमारत जमींदोज, दर्जनों परिवार और दुकानदार बेघर
चार घरों को खतरा; चंडीगढ़–मनाली फोरलेन पर पर्यटक फंसे
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के बालीचौकी उपमंडल में देर रात एक बड़ा हादसा टल गया। मुख्य बाजार में स्थित दो मंजिला इमारत अचानक भरभरा कर जमींदोज हो गई। इस भवन में करीब 30 कमरे और आठ दुकानें थीं। गनीमत यह रही कि प्रशासन ने समय रहते भवन को खाली करवा दिया था, वरना यह घटना किसी बड़ी त्रासदी का रूप ले सकती थी।
दर्जनों परिवार और दुकानदार प्रभावित
जानकारी के अनुसार, यह इमारत स्थानीय निवासियों बली राम और बीरी सिंह की थी, जिन्होंने इसे किराए पर दे रखा था। यहां लगभग 60 परिवार रहते थे और 40 से अधिक दुकानदार अपनी रोज़ी-रोटी इसी इमारत से चलाते थे। अचानक इमारत गिरने से अब ये सभी परिवार बेघर हो गए हैं और दुकानदारों का व्यापार पूरी तरह चौपट हो गया है।
चार अन्य मकानों को भी खतरा
इमारत गिरने से आसपास बने चार अन्य मकानों की दीवारों और नींव में भी दरारें आ गई हैं। प्रशासन ने एहतियातन इन मकानों को भी खाली करवाने के आदेश दिए हैं। प्रभावित परिवारों को अस्थायी आश्रय स्थल पर शिफ्ट किया गया है।
पर्यटक भी हुए प्रभावित
इस हादसे का असर चंडीगढ़–मनाली फोरलेन पर भी देखने को मिला। मलबा सड़क पर फैलने के कारण कई वाहन घंटों फंसे रहे। पर्यटक बीच रास्ते में ही रुक गए और प्रशासन को राहत कार्य शुरू करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
हादसे की वजह
प्रारंभिक जांच में अनुमान है कि लगातार हो रही बारिश और पहाड़ी ढलान कमजोर होने के चलते इमारत की नींव धीरे-धीरे कमजोर हो गई थी, जिसके कारण यह हादसा हुआ। हालांकि, वास्तविक कारणों का पता लगाने के लिए प्रशासन ने तकनीकी जांच के आदेश दिए हैं।
प्रशासन का आश्वासन
प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा कि प्रभावित परिवारों और दुकानदारों को हरसंभव मदद दी जाएगी। अस्थायी तौर पर उनके रहने और खाने की व्यवस्था की जा रही है, वहीं मुआवजे को लेकर भी प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।