भारत पर डोनाल्ड ट्रंप की बड़ी टैरिफ चाल: G7 देशों के साथ मिलकर भारत-चीन पर कर सकते हैं बड़ा हमला
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय व्यापार नीतियों को लेकर सुर्खियों में हैं। इस बार उन्होंने भारत और चीन को निशाने पर लिया है। ट्रंप ने भारत पर पहले ही 25% टैरिफ और रूसी तेल खरीदने पर जुर्माना लगाया था। अब वे और भी बड़ा आर्थिक हमला करने की तैयारी में हैं। , ट्रंप अमेरिका के G7 सहयोगी देशों (जैसे कि फ्रांस, जर्मनी, जापान, इटली, कनाडा, और ब्रिटेन) से अपील कर रहे हैं कि वे भारत और चीन पर संयुक्त रूप से 50% से 100% तक आयात शुल्क (टैरिफ) लगाएं।
ट्रंप का कहना है कि भारत और चीन रूस से सस्ते दामों पर तेल खरीद रहे हैं, जिससे रूस को आर्थिक फायदा हो रहा है और पश्चिमी देशों की रणनीति कमजोर हो रही है। उनका यह भी दावा है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को भारत और चीन की ये खरीदारी अप्रत्यक्ष समर्थन दे रही है। इसीलिए ट्रंप इन देशों पर दबाव बनाना चाहते हैं कि वे या तो रूस से खरीदारी बंद करें या आर्थिक सजा भुगतने को तैयार रहें।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि ट्रंप ने पहले ही EU (यूरोपीय यूनियन) के अधिकारियों से मुलाकात की है और उन्हें भारत पर टैरिफ लगाने के लिए राज़ी करने की कोशिश की है। ट्रंप ने चेतावनी दी है कि अगर भारत और चीन पर दबाव नहीं बनाया गया, तो भविष्य में G7 सहयोगियों को भी अमेरिका से व्यापार में नुकसान झेलना पड़ सकता है।
भारत की तरफ से इस मुद्दे पर अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन यह स्पष्ट है कि ट्रंप की यह रणनीति आने वाले समय में भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों को प्रभावित कर सकती है। ट्रंप का यह रुख अमेरिका की चुनावी राजनीति से भी जुड़ा हुआ है, जहां वे एक बार फिर राष्ट्रपति बनने की कोशिश में लगे हुए हैं और चीन-भारत के खिलाफ सख्ती दिखाना उनके चुनावी प्रचार का हिस्सा हो सकता है।