ग्रीस में घटती जन्मदर बनी बड़ी समस्या, स्कूलों पर लगा ताला
एथेंस/03/09/2025
ग्रीस इन दिनों एक गंभीर समस्या से जूझ रहा है। यहां जन्मदर में इतनी तेज गिरावट आई है कि स्कूलों को बंद करना पड़ रहा है। बच्चों के न पैदा होने से स्कूलों में छात्रों की संख्या लगातार कम होती जा रही है। सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक, हाल के वर्षों में 750 से ज्यादा स्कूलों पर ताला लगाना पड़ा है। यह स्थिति इतनी गंभीर है कि देशभर के करीब 10% स्कूल बंद हो चुके हैं। इनमें से ज्यादातर दूरदराज के गांवों और द्वीपों पर चल रहे स्कूल थे, जहां अब न्यूनतम छात्र संख्या तक पूरी नहीं हो पा रही है।
शिक्षा और धार्मिक मामलों की मंत्री सोफिया जाखाराकी ने कहा कि ग्रीस की कक्षाओं में खालीपन साफ देखा जा सकता है। 2018 के बाद से अब तक प्राथमिक शिक्षा में पढ़ने वाले छात्रों की संख्या 1,11,000 से ज्यादा कम हो चुकी है, जो करीब 19% की गिरावट को दर्शाता है। इस साल ही ग्रीस के 14,857 स्कूलों में से 766 स्कूल ऐसे रहे जिन्हें न्यूनतम छात्र संख्या न पूरी होने के कारण बंद करना पड़ा।
यह संकट अचानक नहीं आया, बल्कि इसकी शुरुआत 2010 के दशक की आर्थिक मंदी के दौरान हुई थी। उस समय से ग्रीस की जन्मदर लगातार गिरती रही। 2001 से 2021 की जनगणना के बीच 20 से 40 साल की उम्र वाली महिलाओं की संख्या कम हो गई, जो मातृत्व की मुख्य आयु मानी जाती है। नतीजतन जन्मदर में और तेज गिरावट दर्ज हुई। वर्ष 2022 तक यहां जन्मदर केवल 1.35 रह गई, जो यूरोप के सबसे कम प्रजनन दरों में गिनी जाती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि ग्रीस के लिए यह स्थिति बेहद चिंताजनक है क्योंकि घटती जन्मदर सीधे तौर पर शिक्षा व्यवस्था, श्रमबल और समाज के भविष्य को प्रभावित कर रही है। यदि यह रफ्तार जारी रही तो आने वाले वर्षों में न केवल शिक्षा प्रणाली पर असर पड़ेगा बल्कि देश की अर्थव्यवस्था और सामाजिक ढांचे पर भी भारी दबाव बनेगा। सरकार ने इसे बड़ी चुनौती मानते हुए भविष्य की नीतियों पर काम शुरू कर दिया है।