गुरुग्राम का 16 वर्षीय छात्र प्रणेत खेतान बना हीरो: मात्र ₹2000 में बनाया AI डिवाइस
गुरुग्राम/30/08/2025
गुरुग्राम के 16 वर्षीय छात्र प्रणेत खेतान ने तकनीक और इंसानियत का ऐसा मेल रचा है, जो लाखों मरीजों के लिए उम्मीद की नई किरण बन सकता है। प्रणेत ने Paraspeak नामक एक AI डिवाइस तैयार किया है, जो स्ट्रोक, सेरेब्रल पाल्सी और पार्किंसन जैसे रोगों से जूझ रहे मरीजों की तुतलाती आवाज़ को रियल-टाइम में साफ़ हिंदी आवाज़ में बदल देता है। सबसे खास बात यह है कि इस डिवाइस की लागत मात्र ₹2000 है, जिससे यह छोटे कस्बों और आम परिवारों के लिए भी किफायती साबित हो सकता है।
प्रणेत को यह आइडिया तब आया जब उन्होंने एक पैरालिसिस केयर सेंटर में मरीजों को बोलने और अपनी भावनाएं व्यक्त करने में संघर्ष करते देखा। महीनों की मेहनत, असफल प्रोटोटाइप और लंबी कोडिंग रातों के बाद आखिरकार Paraspeak का जन्म हुआ।
इस इनोवेशन की पहचान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी हुई है। प्रणेत खेतान को 2025 के ISEF इंटरनेशनल साइंस एंड इंजीनियरिंग फेयर में बायोमेडिकल इंजीनियरिंग कैटेगरी में चौथा ग्रैंड अवॉर्ड मिल चुका है।
आगे प्रणेत का लक्ष्य Paraspeak को कई भारतीय भाषाओं में लाना और इसका पोर्टेबल वर्जन तैयार करना है, ताकि हर मरीज को अपनी आवाज़ मिल सके। यह कहानी बताती है कि कम उम्र में बड़ा सपना और इंसानियत के लिए समर्पण कैसे बदलाव की मिसाल बन सकता है।