हरियाणा के रिटायर्ड क्लर्क जगत सिंह ने भरा उपराष्ट्रपति चुनाव का नामांकन
भिवानी । 23/08/2025
भिवानी जिले के चांग गांव निवासी 71 वर्षीय रिटायर्ड क्लर्क जगत सिंह ने उपराष्ट्रपति चुनाव 2025 के लिए नामांकन दाखिल किया है। इससे पहले वे तीन बार राष्ट्रपति चुनाव में भी पर्चा भर चुके हैं, लेकिन हर बार सांसदों का समर्थन न मिलने से उनका नामांकन रद्द हो गया। इस बार भी उनके नामांकन रद्द होने की संभावना जताई जा रही है। जगत सिंह का कहना है कि वे हर चुनाव में सरकारी कर्मचारियों की आवाज उठाने और उनकी समस्याओं को मुद्दा बनाने के लिए उतरते हैं। उनका मानना है कि जब तक कर्मचारी सशक्त नहीं होंगे, तब तक प्रशासनिक व्यवस्था बेहतर नहीं हो सकती।
जगत सिंह ने अपने करियर की शुरुआत बिजली निगम में मीटर रीडर के पद से की थी और 36 साल 2 महीने तक सेवाएं देने के बाद 2012 में अपर डिवीजन क्लर्क के पद से रिटायर हुए। रिटायरमेंट के बाद उन्होंने सीधे राजनीति में कदम रखा और राष्ट्रपति चुनावों में नामांकन दाखिल किया। 2012, 2017 और 2022 में उन्होंने राष्ट्रपति पद के लिए पर्चा भरा, लेकिन हर बार सांसदों का समर्थन न मिलने से नामांकन खारिज कर दिया गया।
जगत सिंह अब तक दो बार लोकसभा और एक बार विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं। 2019 में उन्होंने भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा जिसमें उन्हें 732 वोट मिले। 2024 में हिसार लोकसभा सीट से चुनाव लड़कर उन्हें 382 वोट मिले, जबकि उसी साल भिवानी विधानसभा सीट से चुनाव में उन्हें सिर्फ 72 वोट ही हासिल हुए।
जगत सिंह का कहना है कि वे पद पाने के लिए नहीं, बल्कि उद्देश्य के लिए चुनाव लड़ते हैं। उनकी प्रमुख मांगें हैं कि सभी विभागों में खाली पदों को नियमित भर्ती प्रक्रिया से भरा जाए, कर्मचारियों को बोनस और पेंशन मिले, एक्सग्रेसिया पॉलिसी लागू की जाए और SYL नहर का पानी हरियाणा और राजस्थान तक पहुंचे, न कि पाकिस्तान। उनका कहना है कि जब तक कर्मचारियों और किसानों की समस्याओं का हल नहीं निकलेगा, तब तक देश में वास्तविक विकास संभव नहीं है।