आपदा प्रभावितों को वन भूमि और विशेष राहत पैकेज के लिए केन्द्र पर दबाव बनाएं भाजपा सांसद- मुख्यमंत्री
कुल्लू। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को कुल्लू और मनाली के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। सीएम सुबह वायुसेना के हेलीकॉप्टर से राशन और राहत सामग्री के साथ शिमला से कुल्लू पहुंचे।
सीएम ने मनाली के वशिष्ठ चौक, बाहंग, ओल्ड मनाली और कुल्लू के अखाड़ा बाजार में तबाही का मुआयना किया। उन्होंने भुंतर पुल और भूतनाथ पुल का निरीक्षण किया तथा मृतकों के परिजनों से मिलकर संवेदनाएं व्यक्त कीं। सुक्खू ने BRO अधिकारियों को क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत तुरंत शुरू करने के निर्देश दिए।
पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार मॉनसून ने प्रदेश में भारी तबाही मचाई है। केवल पिछले चार दिनों में कई जिलों में बड़ी क्षति हुई है। सरकार राहत व बचाव कार्यों में पूरी ताकत से जुटी है। चम्बा जिले में मणिमहेश यात्रा के दौरान फंसे श्रद्धालुओं को सेना और वायुसेना की मदद से सुरक्षित बाहर निकाला गया। सिर्फ गुरुवार को ही 605 श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकालकर एचआरटीसी की बसों से उनके गंतव्य तक भेजा गया।
सुक्खू ने कहा कि जिन परिवारों के मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं, उन्हें 7.70 लाख रुपये तक की सहायता दी जाएगी। पशुधन हानि पर भी मुआवजा मिलेगा। साथ ही किसानों और बागवानों की उपज को मंडियों तक पहुंचाने के लिए भी विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं।
सीएम ने कहा कि राज्य सरकार अपने सीमित संसाधनों से मदद कर रही है, जबकि अब तक केंद्र से कोई सहायता नहीं मिली। उन्होंने बताया कि प्रभावित परिवारों को बसाने के लिए एक बीघा वन भूमि देने का अनुरोध केंद्र से किया गया है। प्रदेश की 68 प्रतिशत भूमि वन क्षेत्र में आती है, इसलिए इसकी अनुमति केवल केंद्र सरकार ही दे सकती है।
मुख्यमंत्री ने भाजपा सांसदों को नसीहत देते हुए कहा कि वे सोशल मीडिया तक सीमित न रहें, बल्कि प्रभावित परिवारों को राहत पैकेज और वन भूमि दिलाने के लिए केंद्र पर दबाव बनाएं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता लगातार जमीनी स्तर पर जनता के बीच जाकर मदद कर रहे हैं।
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि आपदा प्रबंधन को सुदृढ़ बनाने के लिए 3 हजार करोड़ रुपये की विश्व बैंक परियोजना तैयार की गई है।
इस मौके पर विधायक सुंदर सिंह ठाकुर, भुवनेश्वर गौड़, एपीएमसी अध्यक्ष मियां राम सिंह, उपायुक्त तोरूल एस. रवीश और अन्य अधिकारी मौजूद रहे।