हिमाचल में आपदा प्रभावितों की मदद के लिए 3 हजार करोड़ की योजना तैयार, वर्ल्ड बैंक से ली जाएगी मदद
शिमला: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और भूस्खलन से अब तक 355 लोगों की मौत, 49 लोगों के लापता होने और 3787 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति के नुकसान का आंकड़ा सामने आया है। हजारों घर, गौशालाएं और दुकानें बर्बाद हो गई हैं, जबकि लाखों लोगों का जीवन प्रभावित हुआ है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को मंडी और कुल्लू के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर हालात का जायजा लिया। उन्होंने घोषणा की कि प्रभावितों की मदद के लिए 3000 करोड़ रुपए की विशेष योजना तैयार की गई है, जिसे मंजूरी के लिए वर्ल्ड बैंक को भेजा जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा, “इस साल आई आपदा ने सैकड़ों परिवारों के घर और जमीन बहा दिए हैं। ऐसे में प्रभावितों को पुनर्वास देने के लिए प्रदेश सरकार केंद्र से भी आग्रह करेगी कि वन अधिकार कानून में संशोधन कर प्रभावित परिवारों को एक बीघा भूमि उपलब्ध कराई जा सके।”
सीएम सुक्खू ने यह भी कहा कि सरकार की प्राथमिकता फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकालना और बंद पड़ी ग्रामीण सड़कों को जल्द से जल्द बहाल करना है, ताकि किसानों की सेब की फसल मंडियों तक पहुंच सके। उन्होंने कहा कि सरकार अपने संसाधनों में कटौती कर भी आपदा प्रभावितों की मदद सुनिश्चित करेगी।
भाजपा पर हमला
मुख्यमंत्री ने भाजपा नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि संकट की घड़ी में भाजपा केवल बयानबाजी और सरकार का मजाक उड़ाने में व्यस्त है। उन्होंने कहा कि, “नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर रोज बयान देते हैं, लेकिन राहत कार्यों में कहीं नजर नहीं आते। भाजपा नेताओं को सोशल मीडिया से बाहर निकलकर केंद्र सरकार से प्रदेश के लिए मदद मांगनी चाहिए।
सीएम ने कहा कि प्रदेश सरकार केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा के नेतृत्व में प्रधानमंत्री से भी चर्चा करने को तैयार है, ताकि केंद्र से और मदद मिल सके।