हिमाचल में शिक्षा सुधारों की बड़ी पहल: हर विधानसभा में डे-बोर्डिंग स्कूल
रोजगारमुखी विषय और कॉलेज ग्रेडिंग पर जोर
शिमला में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिक्षा विभाग की रिव्यू मीटिंग में राज्य में व्यापक शिक्षा सुधारों की दिशा में कई अहम निर्णय लिए। उन्होंने बताया कि सरकार चरणबद्ध तरीके से प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल खोल रही है, जिनमें से 8 स्थानों पर निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। साथ ही 56 मौजूदा स्कूलों को भी डे-बोर्डिंग मॉडल में अपग्रेड करने पर विचार किया जा रहा है। इन संस्थानों में मजबूत आधारभूत ढांचा, आधुनिक शैक्षणिक सुविधाएं, पुस्तकालय, खेल, बागवानी और अन्य सह-पाठयक्रम गतिविधियां शुरू कर विद्यार्थियों को बेहतर वातावरण देने की योजना है। सीएम ने कॉलेजों की ग्रेडिंग प्रक्रिया को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए, ताकि आवश्यक स्टाफ और बुनियादी ढांचे की जरूरतें पूरी हो सकें। उन्होंने शिक्षा विभाग में रिक्त पदों को भरने, स्कूल पाठ्यक्रम में राज्य-विशिष्ट विषय शामिल करने और रोजगारमुखी कोर्स शुरू करने पर जोर दिया, जिससे विद्यार्थी न केवल पढ़ाई में आगे बढ़ें बल्कि अपने क्षेत्र और राज्य के बारे में भी गहन जानकारी हासिल करें। मुख्यमंत्री ने बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण सुधारों के चलते हिमाचल प्रदेश ने राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी छलांग लगाई है—वर्ष 2021 में 21वें स्थान से उठकर अब देश में 5वां स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने संस्थानों में अनिवार्य रूप से मॉक टेस्ट आयोजित करने और जीरो पीरियड सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। बैठक में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, शिक्षा सचिव राकेश कंवर, निदेशक उच्च शिक्षा डॉ. अमरजीत शर्मा, राज्य परियोजना निदेशक राजेश शर्मा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।