हिमाचल में मूसलाधार बारिश का कहर: चंबा में फंसे श्रद्धालु, सड़कें ठप और मोबाइल नेटवर्क बंद
हिमाचल/27/08/2025
हिमाचल प्रदेश पिछले कई दिनों से मूसलाधार बारिश की चपेट में है। लगातार हो रही बरसात ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। राज्य में जगह-जगह भूस्खलन और बादल फटने की घटनाओं ने हालात और भी गंभीर बना दिए हैं। सड़कें बंद हैं, नदियाँ-नाले उफान पर हैं और संचार व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है।
चंबा में फंसे श्रद्धालु, मोबाइल नेटवर्क ठप
चंबा जिले के भरमौर में चल रही मणिमहेश यात्रा पर गए हजारों श्रद्धालु भारी बारिश के कारण फंस गए हैं। स्थिति इतनी गंभीर है कि मोबाइल नेटवर्क पूरी तरह से बंद हो गया है और श्रद्धालुओं का अपने परिवारों से संपर्क टूट गया है। ऐसे में मदद के लिए हिमाचल प्रदेश दूरसंचार विभाग ने 1 सितंबर 2025 तक चंबा और भरमौर में इंट्रा-सर्कल रोमिंग (ICR) सुविधा शुरू की है। इस व्यवस्था के तहत फंसे हुए यात्री अपने फोन में किसी भी उपलब्ध नेटवर्क को मैन्युअली चुनकर कॉल और मैसेज कर सकते हैं, चाहे वह उनके मूल ऑपरेटर का न हो।
सड़कें बंद, यातायात पूरी तरह प्रभावित
भारी बारिश और भूस्खलन के कारण हिमाचल प्रदेश में यातायात ठप हो गया है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, इस समय 4 नेशनल हाइवे और 677 सड़कें पूरी तरह से बंद हैं।
कुल्लू-मनाली मार्ग पूरी तरह से कट गया है।
चंडीगढ़-मनाली NH-21 मंडी में कई जगहों पर बंद है।
मंडी-पठानकोट NH-154 अवरुद्ध है।
NH-305 (कुल्लू) और NH-03 (किन्नौर) भी बाधित हैं।
सबसे अधिक सड़कें मंडी (342) और कुल्लू (131) जिलों में बंद हुई हैं। इसके अलावा कांगड़ा, शिमला, सिरमौर, सोलन, हमीरपुर, बिलासपुर और ऊना जिलों में भी यातायात बुरी तरह प्रभावित है। चंबा और लाहौल-स्पीति में भी भारी नुकसान की आशंका है, लेकिन नेटवर्क बाधित होने के कारण पूरी जानकारी उपलब्ध नहीं हो पाई है।
प्रशासन अलर्ट पर, राहत-बचाव कार्य जारी
प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है और फंसे हुए श्रद्धालुओं व स्थानीय लोगों को सुरक्षित निकालने के प्रयास जारी हैं। इसके अलावा बंद पड़ी सड़कों को जल्द से जल्द खोलने के लिए युद्धस्तर पर काम किया जा रहा है।