1 से 4 सितंबर तक देशभर में भारी बारिश की चेतावनी, इन राज्यों में हाई अलर्ट
नेशनल डेस्क/30/08/2025
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 1 से 4 सितंबर तक देश के कई हिस्सों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। 1 सितंबर से 7 सितंबर तक मानसून की सक्रियता तेज होने की संभावना है, जिससे उत्तर भारत के राज्यों में झमाझम बारिश, बाढ़ और भूस्खलन जैसी घटनाएं हो सकती हैं। इस दौरान उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, मध्य प्रदेश, झारखंड, राजस्थान, महाराष्ट्र, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में जलभराव और सड़कों के अवरुद्ध होने का खतरा है। खासकर पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश के कारण भूस्खलन और नदियों के उफान पर आने की संभावना जताई गई है, जिससे बाढ़ जैसी स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में 30 अगस्त से 2 सितंबर तक भारी बारिश होगी, जिससे इन क्षेत्रों में भूस्खलन और नदी-नालों के उफान का खतरा बढ़ जाएगा। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 30 अगस्त और 1 सितंबर को तेज बारिश का अनुमान है, जिसके बाद जलभराव और बाढ़ जैसी स्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। बिहार, झारखंड और मध्य प्रदेश में भी अगले सप्ताह भारी बारिश की संभावना है, जिससे इन क्षेत्रों में सड़कों पर जलभराव और निचले इलाकों में बाढ़ जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
पश्चिमी और पूर्वी राज्यों जैसे राजस्थान, महाराष्ट्र, ओडिशा और छत्तीसगढ़ में भी मानसून की सक्रियता बनी रहेगी। यहां भी कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है, जिससे बाढ़ और भूस्खलन जैसी घटनाएं हो सकती हैं। मौसम विभाग ने इन राज्यों में सतर्कता बरतने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है। विभाग ने यह भी चेतावनी दी है कि लोग जब तक बहुत जरूरी न हो, बाहर न निकलें और सावधानी से यात्रा करें, ताकि भूस्खलन और बाढ़ के कारण किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके।
मौसम विभाग के मुताबिक, 1 से 7 सितंबर तक मानसून की सक्रियता जारी रहेगी, हालांकि 7 सितंबर के बाद बारिश की तीव्रता में कमी आने की संभावना है। फिर भी, बारिश का दौर जारी रहेगा और प्रभावित राज्यों में भारी बारिश और बाढ़ की स्थिति बनी रहेगी। मौसम विभाग ने कहा है कि इन दिनों में अधिकतर क्षेत्रों में जलभराव और भूस्खलन के चलते रास्ते अवरुद्ध हो सकते हैं, जिससे यात्रा में दिक्कत हो सकती है। इसलिए, नागरिकों को अनावश्यक यात्रा से बचने और सुरक्षा उपायों का पालन करने की सख्त सलाह दी गई है।
साथ ही, मौसम विभाग ने स्थानीय प्रशासन से भी यह अपील की है कि वे आपदा प्रबंधन के लिए तैयारी पूरी रखें, ताकि किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटा जा सके।