भारी बारिश से शिमला में लैंडस्लाइड, मलबे में दबीं 4 गाड़ियां; 10 घंटे बाद बहाल हुई चंडीगढ़–मनाली फोरलेन, अगले 4 दिन ऑरेंज अलर्ट
शिमला। हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। शिमला में सोमवार को लैंडस्लाइड की एक बड़ी घटना में चंडीगढ़–मनाली फोरलेन पर चार गाड़ियां मलबे में दब गईं, जिससे यातायात पूरी तरह ठप हो गया। प्रशासन और एनएचएआई की टीम ने करीब 10 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद मार्ग को बहाल किया। देर रात से हो रही बारिश के कारण राजधानी शिमला के कई इलाकों में पेड़ गिरने और भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं। विकासनगर में एक बड़ा पेड़ गिरने से घर की छत टूट गई और सड़क बंद हो गई। टूटी कंडी में एक साथ छह से अधिक पेड़ गिरने से कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं और सड़क बंद हो गई। खालिनी में एक झुग्गी ढहने से छह मजदूरों की जान बाल-बाल बची, जबकि हिमुडा कॉलोनी में एक कार पर भूस्खलन हुआ और पेड़ गिर गया। ऊना जिले के ग्राम पंचायत टकोली में भारी बारिश से अजय कुमार के घर की दीवार गिर गई, हालांकि कोई जनहानि नहीं हुई। प्रदेशभर में भारी नुकसान इस मॉनसून सीजन में हिमाचल में 20 जून से 11 अगस्त तक भारी बारिश और उससे जुड़ी घटनाओं में 229 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 323 लोग घायल और 36 लापता हैं। सड़क हादसों में 116 लोगों की जान गई है। भूस्खलन, बाढ़ और बादल फटने से 2,388 मकान और दुकानें क्षतिग्रस्त हुई हैं, 1,955 पशुशालाएं नष्ट हुई हैं और 1,611 पालतू जानवरों की मौत हुई है। राज्य को अब तक 2,007 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। कुल्लू और मंडी जिलों में भी भूस्खलन से दो गांव प्रभावित हुए हैं, जिससे 21 परिवारों को घर छोड़ने पड़े। मंडी के टनिपरी गांव में पहाड़ी में दरारें आने के बाद नौ परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया, वहीं कुल्लू के टिचना में 12 परिवार रिश्तेदारों के घर चले गए। मणिकर्ण घाटी की बरशैणी पंचायत के शिल्हा गांव में भी लगातार भूस्खलन हो रहा है, जिससे लोग चिंतित हैं। अगले चार दिन मौसम रहेगा खराब भारतीय मौसम विभाग ने मंगलवार को भी भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार, अगले चार दिनों तक प्रदेश में तेज बारिश का दौर जारी रह सकता है, जिससे भूस्खलन, जलभराव और सड़क बंद होने की आशंका बनी रहेगी। लोगों से अनावश्यक यात्रा से बचने और सतर्क रहने की अपील की गई है।