5 दिन बाद मनाली-लेह मार्ग बहाल, लाहौल घाटी में फंसे हजारों यात्रियों को मिली राहत
कुल्लू/30/08/2025
कुल्लू: पांच दिनों के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार मनाली-लेह मार्ग वाया रोहतांग दर्रे को छोटे वाहनों के लिए फिर से खोल दिया गया है। इससे लाहौल घाटी में फंसे हजारों लोगों और यात्रियों को राहत मिली है, जो अब अपनी मंजिल तक पहुंचने में सक्षम होंगे। इस मार्ग के खुलने से लोग मनाली शहर और आसपास के क्षेत्रों में आ-जा सकते हैं।
दरअसल, लाहौल के पागल नाले और धुंधी क्षेत्र में अचानक आई बाढ़ के कारण अटल टनल मार्ग मंगलवार को बंद हो गया था, जिसके बाद लाहौल घाटी का संपर्क बाहरी दुनिया से कट गया था। लोग पहले वैकल्पिक मार्ग कोकसर-रोहतांग-मनाली का इस्तेमाल कर रहे थे, लेकिन यह मार्ग भी भूस्खलन के कारण बंद हो गया था। हालांकि, बीआरओ के कर्मचारियों ने कड़ी मेहनत के बाद रोहतांग दर्रे से होकर छोटे वाहनों के लिए मार्ग बहाल कर दिया। अब वाहन पलचान से होते हुए नेहरूकुंड, शनाग और मनाली गांव होते हुए मनाली शहर पहुंच रहे हैं।
इस बीच, अलेऊ से नग्गर होते हुए कुल्लू-मनाली मार्ग भी छोटे वाहनों के लिए खोल दिया गया है। हालांकि, अलेऊ के पास दलदली क्षेत्र अधिक होने के कारण वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से शुरू नहीं हो पाई है। लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता अनूप शर्मा ने बताया कि आज दोपहर तक दलदली क्षेत्र को ठीक कर लिया जाएगा, जिससे वाहनों की आवाजाही जल्द सुचारू हो जाएगी।
मनाली के विधायक भुवनेश्वर गौड़ ने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य पूरी गंभीरता से जारी हैं। सड़कों की बहाली के साथ-साथ पेयजल आपूर्ति को सुचारू करने के लिए भी काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि सभी विभाग मिलकर काम कर रहे हैं ताकि लोगों को जल्द से जल्द राहत मिल सके।