अमेरिका में ट्रंप के करीबी चार्ली किर्क की हत्या
अमेरिका में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बेहद करीबी और कंज़रवेटिव नेता चार्ली किर्क की सरेआम हत्या कर दी गई। यह घटना यूटा वेली यूनिवर्सिटी, ओरेम (यूटा) में उस समय हुई जब 31 वर्षीय किर्क एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। अचानक एक भवन से चलाई गई गोली उनकी गर्दन में जा लगी और वे मंच पर ही गिर पड़े। उन्हें तत्काल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने एक संदिग्ध को हिरासत में लिया था, हालांकि वह असली हमलावर नहीं निकला। फिलहाल हमलावर फरार है और उसकी तलाश में बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है। इस सनसनीखेज हत्या को यूटा के गवर्नर स्पेंसर कॉक्स ने “राजनीतिक हत्या” करार दिया और राज्यभर में झंडों को 14 सितम्बर तक आधा झुकाने का आदेश दिया।
घटना के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रूथ सोशल पर किर्क की मौत की पुष्टि की और उन्हें “महान और सच्चे मायनों में लेजेंडरी” बताते हुए गहरा शोक जताया। उन्होंने लिखा कि चार्ली से बेहतर अमेरिकी युवाओं को कोई नहीं समझ पाया और उनका दिल सबसे बड़ा था। ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया ने उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। इस हत्या ने अमेरिकी राजनीति को हिला दिया है और दोनों प्रमुख दलों ने राजनीतिक हिंसा की कड़ी निंदा की है।
चार्ली किर्क ने महज 18 साल की उम्र में टर्निंग पॉइंट यूएसए की स्थापना की थी, जो कॉलेज परिसरों में कंज़रवेटिव विचारधारा को बढ़ावा देता था। वे रिपब्लिकन पार्टी के उभरते सितारे माने जाते थे और ट्रंप के 2024 चुनाव अभियान का हिस्सा भी रहे।
उनका लोकप्रिय रेडियो शो “द चार्ली किर्क शो” लाखों लोगों द्वारा सुना जाता था और सोशल मीडिया पर उनके करोड़ों अनुयायी थे। उन्होंने कई किताबें भी लिखीं और अमेरिकी युवाओं को प्रभावित करने में अहम भूमिका निभाई। उनकी हत्या ने न केवल रिपब्लिकन खेमे को झकझोर दिया है, बल्कि पूरे अमेरिका में राजनीतिक हिंसा की बहस को तेज कर दिया है।