कुगती में भूस्खलन से 150 भेड़-बकरियां मलबे में दफन
चंबा।18।08।2025
चंबा जिले के जनजातीय उपमंडल भरमौर की ग्राम पंचायत कुगती की डुगीधार में रविवार को एक बड़ा भूस्खलन हुआ। हादसे में करीब 150 भेड़-बकरियां मलबे में दबकर मर गईं, जबकि एक भेड़पालक घायल हो गया और दूसरा बाल-बाल बच गया। बताया जा रहा है कि यह हादसा उस समय हुआ, जब संचूई पंचायत के मलकौटा गांव के दो भेड़पालक अपनी लगभग साढ़े तीन सौ भेड़-बकरियों के साथ इस स्थान पर मौजूद थे। भूस्खलन इतना भीषण था कि डेढ़ सौ के करीब पशुधन मलबे के नीचे दब गया। हादसे वाली जगह कुगती से लगभग 15 किलोमीटर दूर बताई जा रही है, जहां तक केवल पैदल ही पहुंचा जा सकता है। सूचना मिलते ही भरमौर से आठ सदस्यीय टीम मौके की ओर रवाना हुई और स्थिति का जायजा लिया। भरमौर के एसडीएम अभिषेक मित्तल ने बताया कि शुरुआती जानकारी के अनुसार करीब 150 भेड़ों के दफन होने की आशंका है। टीम ने मौके पर जाकर नुकसान का आकलन किया है। सही आंकड़ा रिपोर्ट मिलने के बाद ही सामने आएगा और प्रभावितों को नियमानुसार राहत प्रदान की जाएगी। इस घटना पर हिमाचल प्रदेश वूल फेडरेशन के चेयरमैन मनोज ठाकुर ने गहरा दुख जताया है और कहा कि इस मामले को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा जाएगा ताकि पीड़ितों को उचित मुआवजा दिया जा सके। बिलासपुर में आसमानी बिजली गिरने से 4 मवेशियों की मौत इसी बीच, बिलासपुर सदर की द्रोबड़ पंचायत में रविवार दोपहर अचानक आसमानी बिजली गिर गई। इस हादसे में चार मवेशियों की मौत हो गई और एक महिला घायल हो गई। जानकारी के अनुसार, उमा देवी नामक महिला अपने मवेशियों को पानी पिलाने और चारा डालने के लिए गौशाला गई थीं। उसी दौरान बिजली गिरने से भूराराम और उनके भाई की दो भैंसें और दो बकरियां मौके पर ही मर गईं। उमा देवी घायल हो गईं, जिनका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। यह दोहरी प्राकृतिक आपदा ग्रामीणों के लिए गहरा दुख लेकर आई है और स्थानीय प्रशासन अब नुकसान के सही आकलन के बाद प्रभावितों को राहत प्रदान करने की तैयारी कर रहा है।