कुल्लू में बादल फटने से तबाही, मंडी में फ्लैश फ्लड,मलाणा डैम क्षतिग्रस्त; चंडीगढ़–मनाली फोरलेन बंद
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के शालानाला में रविवार सुबह करीब चार बजे बादल फटने की घटना ने भारी तबाही मचाई। अचानक आई बाढ़ से कुल्लू और मंडी जिलों में बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। टकोली सब्जी मंडी और चंडीगढ़–मनाली फोरलेन पर मलबा भर जाने से यातायात पूरी तरह ठप हो गया, जबकि मलाणा डैम को भी क्षति पहुंची है।
आपदा की चपेट में आकर कुल्लू व मंडी के अलग-अलग इलाकों में दस से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गए। कई मकानों में मलबा घुस गया और लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन को मजबूर हो गए। शालानाला खड्ड में उफान आने से एफकॉन कंपनी के ऑफिस और कॉलोनी की दीवार टूट गई। यहां मौजूद कर्मचारी किसी तरह भागकर अपनी जान बचाने में सफल रहे।
इसी बीच टकोली, पनारसा और नगवाई में दस से अधिक वाहन मलबे की चपेट में आकर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। चंडीगढ़–मनाली फोरलेन मंडी व कुल्लू के कई स्थानों पर बाधित है, जिससे सैकड़ों वाहन हाईवे पर फंसे हुए हैं। मंडी का बागी-पराशर क्षेत्र भी फ्लैश फ्लड से प्रभावित हुआ है।
मौसम विभाग ने आज चंबा, कांगड़ा, मंडी, शिमला और सिरमौर जिलों में भारी बारिश को लेकर यलो अलर्ट जारी किया है। विभाग का कहना है कि इन जिलों के कुछ इलाकों में अगले 24 घंटों में भारी बारिश हो सकती है।
प्रदेश में इस मानसून सीजन में अब तक 261 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें से 35 लोग बादल फटने, बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में मारे गए, जबकि 36 अब भी लापता बताए जा रहे हैं। सरकारी व निजी संपत्तियों को 2144 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान दर्ज किया गया है।