मनाली में स्क्रब टाइफस का कहर: एक की मौत, तीन नए केस; बरसात में बढ़ा खतरा
मनाली में बरसात के मौसम के बीच स्क्रब टाइफस का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। ताज़ा मामले में इस बीमारी से एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि तीन नए मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। फिलहाल सभी संक्रमित मरीजों का इलाज मनाली के मिशन हॉस्पिटल में किया जा रहा है, जहां डॉक्टरों की टीम लगातार उनकी निगरानी कर रही है। स्वास्थ्य विभाग ने हालात को देखते हुए लोगों के लिए चेतावनी और एडवाइजरी जारी की है। स्क्रब टाइफस ओरिएंटिया त्सुत्सुगामुशी नामक बैक्टीरिया से फैलने वाला संक्रामक रोग है। यह संक्रमित माइट (एक सूक्ष्म कीट) के काटने से होता है, जो अक्सर खेतों, बगीचों, झाड़ियों और घास-फूस में पाया जाता है। बरसात के मौसम में इन कीटों की सक्रियता बढ़ जाती है, जिससे संक्रमण का खतरा भी कई गुना बढ़ जाता है। इस बीमारी के लक्षण आमतौर पर तेज बुखार, सिरदर्द, ठंड लगना, शरीर व जोड़ों में दर्द, थकान, त्वचा पर लाल चकत्ते और कीट के काटने वाली जगह पर काली पपड़ी जैसा निशान (एस्कर) के रूप में सामने आते हैं। अगर समय पर इलाज न मिले तो यह फेफड़ों, दिल, किडनी और दिमाग को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकता है, जो मरीज की जान तक ले सकता है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि खेतों या घास-फूस वाले इलाकों में जाते समय शरीर को पूरी तरह ढकने वाले कपड़े पहनें, मच्छर-कीटनाशक का इस्तेमाल करें और घर के आसपास सफाई रखें। साथ ही, किसी भी तरह के लक्षण दिखने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या अस्पताल में जांच करवाएं, क्योंकि शुरुआती इलाज से इस बीमारी से पूरी तरह बचाव संभव है।