मणिमहेश यात्रा त्रासदी :जन्माष्टमी से राधाष्टमी तक 16 श्रद्धालुओं की मौत, अब भी 5 हजार फंसे
चंबा/01/09/2025
हिमाचल प्रदेश में मणिमहेश यात्रा इस बार भारी बारिश और प्राकृतिक आपदा की वजह से त्रासदी का रूप ले चुकी है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी से लेकर राधाष्टमी तक अब तक 16 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। चंबा के उपायुक्त मुकेश रेप्सवाल ने बताया कि लगातार बारिश के चलते करीब 15 हजार श्रद्धालु अलग-अलग स्थानों पर फंस गए थे। राहत और बचाव कार्य चलाकर प्रशासन ने लगभग 10 हजार यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया है, लेकिन अभी भी करीब 5 हजार श्रद्धालु रास्तों में फंसे हुए हैं।
गौरीकुंड, धन्छो और अन्य पड़ावों पर तैनात करीब 500 एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, गृहरक्षक और स्थानीय दुकानदारों को सोमवार और मंगलवार तक वापसी करने के आदेश दिए गए हैं। प्रशासन ने साफ किया है कि प्राकृतिक आपदा ने जिले को भारी नुकसान पहुंचाया है। साथ ही, डीसी ने चेतावनी दी है कि सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी।
रविवार को जिला प्रशासन ने 3,500 से अधिक श्रद्धालुओं को सुरक्षित बाहर निकाला। फिलहाल हड़सर, चंबा और भरमौर के बीच करीब 4 से 5 हजार यात्री फंसे हुए हैं। इन श्रद्धालुओं को एचआरटीसी की 26 बसों और अन्य वाहनों के माध्यम से पठानकोट, कांगड़ा और नजदीकी जिलों की ओर भेजा जा रहा है। हालात को देखते हुए यात्रियों को भरमौर से पैदल जांघी तक ले जाया जा रहा है, जहां से एचआरटीसी की निशुल्क बस सेवा, निजी बसें, स्कूली वाहन और टैक्सियों के जरिये उन्हें मंडी, ऊना, कांगड़ा सहित अन्य जिलों तक पहुंचाया जा रहा है।
इधर, कुल्लू-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग भी छह दिन से बंद पड़ा है। हालांकि, प्रशासन ने वाया वामतट मार्ग से मनाली के लिए बड़े वाहनों की आवाजाही शुरू कर दी है, जिससे फंसे यात्रियों और स्थानीय लोगों को आंशिक राहत मिली है।
मणिमहेश यात्रा में इस बार श्रद्धालुओं को प्राकृतिक आपदा का गहरा असर झेलना पड़ा है। प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा है, लेकिन हालात अभी भी चुनौतीपूर्ण बने हुए हैं।