NEWS CHOICE

निष्पक्ष खबर, बेबाक अंदाज

मणिमहेश यात्रा पर राजस्व मंत्री नेगी का बड़ा बयान: तैयारियों में चूक, अगली बार बनेगी एसओपी

negi

चंबा। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने मणिमहेश यात्रा की तैयारियों में हुई कमी को स्वीकारते हुए कहा कि इस बार यात्रा के दौरान प्राकृतिक आपदा से श्रद्धालुओं को भारी दिक्कतें झेलनी पड़ीं। उन्होंने घोषणा की कि अगली बार यात्रा को सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार की जाएगी।

उन्होंने कहा कि आपदा के समय हिमाचल व पंजाब की लंगर समितियों और स्थानीय लोगों ने राहत कार्यों में अहम भूमिका निभाई। इनके सहयोग से फंसे श्रद्धालुओं को भोजन मिला और वे भूखे मरने से बचे। उन्होंने घोषणा की कि आगामी वर्ष मणिमहेश यात्रा के दौरान लंगर समितियों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा और वे स्वतंत्र रूप से लंगर स्थापित कर सकेंगी।

नेगी ने जानकारी दी कि अब तक यात्रा के दौरान 17 श्रद्धालुओं की मौत हुई है। हाल ही में कुगति क्षेत्र में दो शवों की सूचना मिली है, जिन्हें लाने के लिए टीमें भेजी गई हैं। इसके अलावा सेना के चिनूक हेलिकॉप्टर और एयरफोर्स के विमान से फंसे श्रद्धालुओं का रेस्क्यू और मृतकों के शवों का परिवहन किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि राहत और बचाव कार्यों में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले अधिकारी, कर्मचारी, लंगर समितियां और स्थानीय लोगों को सम्मानित किया जाएगा। साथ ही उन्होंने यह भी घोषणा की कि सी ग्रेड सेब की खरीद खड़ामुख-गैहरा स्थित कलेक्शन सेंटरों में एपीएमसी द्वारा की जाएगी। मौसम साफ रहने पर दो दिनों में भरमौर-पठानकोट हाईवे को यातायात के लिए खोलने की योजना भी है।

विपक्ष पर निशाना साधते हुए नेगी ने आरोप लगाया कि आपदा के समय सहयोग करने के बजाय भाजपा ने अफवाहें फैलाईं और लोगों को गुमराह किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी स्थिति में दूरसंचार सेवाएं बंद करने का निर्णय राज्य सरकार का नहीं बल्कि केंद्र सरकार के अधीन होता है, लेकिन विपक्ष ने इस पर भी गलत प्रचार किया।

राजस्व मंत्री ने व्यंग्य करते हुए कहा कि भरमौर विधायक डॉ. जनकराज से पूछा जाए कि आपदा में व्यवस्थाएं कैसी थीं, क्योंकि वे खुद राहत व रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान उनके साथ मौजूद रहे।

इस मौके पर सदर विधायक नीरज नैयर और एचआरटीसी बीओडी के निदेशक सुरजीत भरमौरी भी मौजूद रहे।

Scroll to Top