नेपाल में जेलब्रेक: 143 कैदी फरार, पिथौरागढ़ सीमा पर हाई अलर्ट
पिथौरागढ़/11/09/2025
पिथौरागढ़: नेपाल में Gen-Z आंदोलन के दौरान हिंसक प्रदर्शन के बीच दार्चुला और बैतड़ी जिलों की जेलों में बड़े पैमाने पर अराजकता फैल गई। बीती रात बैतड़ी जेल से 62 और दार्चुला जेल से 81 कैदी फरार हो गए, जबकि दार्चुला जेल के सात कैदियों ने भागने से साफ इनकार किया। फरार कैदियों में हत्या, बलात्कार और अपहरण जैसे गंभीर अपराधों में सजा काट रहे अपराधी शामिल हैं। बैतड़ी जिले के मुख्य जिला अधिकारी पुण्य विक्रम पौडेल ने इस घटना की पुष्टि की है।
नेपाल के राज बिराज जेल में कैदियों ने आग लगा दी, जबकि बीरगंज जेल में भागने की कोशिश नाकाम रही। कुछ फरार कैदियों को भारत में घुसते हुए पकड़ा गया। नेपाल-भारत सीमा से लगे पिथौरागढ़ जिले में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पिथौरागढ़ पुलिस और सीमा सुरक्षा बल (एसएसबी) की संयुक्त टीमें लगातार गश्त कर रही हैं। विशेषकर काली नदी मार्ग से कैदियों के भारत में घुसने की आशंका को देखते हुए इलाके को हाई अलर्ट पर रखा गया है। झूला पूलों और सीमा मार्गों पर हर व्यक्ति पर पैनी नजर रखी जा रही है।
इस बड़े जेलब्रेक के बाद नेपाल पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मच गया है। भारत-नेपाल सीमा से सटे इन जिलों से कैदियों के भागने के बाद उनके अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने की संभावना को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
नेपाल में हो रहे हिंसक प्रदर्शन और जेलब्रेक का असर भारतीय बाज़ारों और शिक्षा संस्थानों पर भी देखने को मिल रहा है। पिथौरागढ़ से लगे बैतड़ी, दार्चुला और डडेलधूरा के स्कूल, कॉलेज और बाजार बंद हैं। यातायात व्यवस्था ठप पड़ गई है और भारतीय बाजारों में कारोबार लगभग एक चौथाई रह गया है। झूलाघाट से लगे नेपाल के बैतड़ी जिले में हिंसक प्रदर्शन नहीं हुए हैं, लेकिन यातायात बंद होने के कारण नेपाली नागरिक भारत नहीं आ पा रहे हैं, जिससे वहां का कारोबार प्रभावित हुआ है। भारतीय व्यापारी नेपाल में शांति व्यवस्था कायम होने का इंतजार कर रहे हैं।
पिथौरागढ़ जिले की नेपाल सीमा से लगे क्षेत्र पूरी तरह से स्थानीय व्यापार और जीवन पर निर्भर है। सुरक्षा एजेंसियां और प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तत्काल देने की अपील कर रहे हैं।