सोलंगनाला के लोग बोले- धंस रहा है गांव, बेघर होने का खतरा
कुल्लू/08/09/2025
कुल्लू जिले में भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से हुए नुकसान का जायजा लेने सोमवार को अंतर मंत्रालयी केंद्रीय टीम (आईएमसीटी) कुल्लू पहुंची। टीम ने मनाली क्षेत्र के कई प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया और ग्रामीणों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं। इस दौरान सोलंगनाला पंचायत के लोग प्रधान कौशल्या देवी के नेतृत्व में टीम से मिले और बताया कि उनका गांव लगातार धंस रहा है, जिसके कारण लोगों को बेघर होने का खतरा बना हुआ है। ग्रामीणों ने टीम को आश्वस्त किया कि अगर समय रहते राहत और पुनर्वास की ठोस योजना नहीं बनी, तो उन्हें अपने घर-बार छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
टीम ने सोलंग गांव, बाहंग, ओल्ड मनाली स्थित मनालसु नाला, अलेउ, ग्रीन टैक्स बैरियर के पास उप सब्जी मंडी चौरीबिहाल, आलू ग्राउंड, पतलीकूहल, छरुडू, लंकाबेकर, इनर अखाड़ा बाजार और सूम्मा क्षेत्रों का भी निरीक्षण किया। इन इलाकों में बारिश और आपदा से सड़कें, पुल, बिजली और पानी की आपूर्ति व्यवस्था, शिक्षण संस्थान, स्वास्थ्य केंद्र और कृषि-बागवानी को भारी नुकसान पहुंचा है।
केंद्रीय टीम में गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव पार्थसारथी, केंद्रीय जल निगम (जल शक्ति मंत्रालय) के निदेशक वसीम अशरफ, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के मुख्य अभियंता अनिल कुमार कुशवाहा, प्रदेश सरकार के संयुक्त सचिव निशांत ठाकुर, एचआरटीसी कार्यकारी निदेशक मुरारी लाल और टीसीबी स्पेशलिस्ट डॉ. कृष्ण चंद शामिल रहे।
उपायुक्त कुल्लू तोरुल रवीश ने बताया कि आपदा से जिले में सैकड़ों परिवार प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन लगातार राहत और पुनर्वास कार्य चला रहा है। वहीं केंद्रीय गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव पार्थसारथी ने कहा कि जिला प्रशासन ने मानसून सीजन में हुए नुकसान की रिपोर्ट प्रस्तुत की है। दोनों केंद्रीय टीमें प्रभावित क्षेत्रों का आकलन कर जल्द ही अपनी विस्तृत रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंपेंगी, ताकि राहत और पुनर्वास कार्यों के लिए आगे की रणनीति तय की जा सके।