NEWS CHOICE

निष्पक्ष खबर, बेबाक अंदाज

तेजी से पिघल रही हिमालय की झीलें, भारत पर मंडरा रहा खतरा

himalaya

हिमालय के ग्लेशियर तेजी से पिघल रहे हैं और इनसे बनने वाली झीलें खतरनाक रूप से फैल रही हैं। हाल ही में सामने आई केंद्रीय जल आयोग (CWC) की रिपोर्ट ने बड़ा अलर्ट जारी किया है। रिपोर्ट में बताया गया कि भारत में 400 से अधिक ग्लेशियर झीलें तेजी से विस्तार कर रही हैं और आने वाले समय में इनके फटने से बड़े पैमाने पर प्रलय जैसी स्थिति पैदा हो सकती है।

“ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड 2025” नाम की इस रिपोर्ट के मुताबिक अरुणाचल प्रदेश में सबसे ज्यादा 197 झीलें हैं, जबकि लद्दाख में 120, जम्मू-कश्मीर में 57, सिक्किम में 47, हिमाचल प्रदेश में 6 और उत्तराखंड में 5 झीलें खतरे की श्रेणी में हैं। वर्ष 2011 में इन झीलों का क्षेत्रफल 1,917 हेक्टेयर था, जो 2025 तक बढ़कर 2,508 हेक्टेयर तक पहुँचने का अनुमान है।

विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन की वजह से हिमालयी क्षेत्र में बर्फ तेजी से पिघल रही है और यह झीलें दिन-ब-दिन बड़ी होती जा रही हैं। इस कारण बाढ़ और भूस्खलन का खतरा लगातार बढ़ रहा है। रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि निचले इलाकों में रहने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए रियल टाइम मॉनिटरिंग सिस्टम, सैटेलाइट आधारित अलर्ट और वार्निंग सिस्टम तुरंत स्थापित किए जाएं।

सीडब्ल्यूसी ने चेतावनी दी है कि अगर समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए तो उत्तराखंड, हिमाचल, अरुणाचल और सिक्किम जैसे राज्यों में भारी तबाही मच सकती है। इसलिए इन झीलों पर कड़ी निगरानी रखने और आपदा प्रबंधन की तैयारियों को मजबूत करने की आवश्यकता है।

Scroll to Top