यमुना का जलस्तर बढ़ा, हथिनीकुंड बैराज के 18 गेट खोले, दिल्ली में बाढ़ का खतरा
चंडीगढ़/29/08/2025
चंडीगढ़: उत्तराखंड और हिमालयी क्षेत्रों में लगातार भारी बारिश के कारण यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है। हरियाणा के यमुनानगर स्थित हथिनीकुंड बैराज के 18 गेट खोल दिए गए हैं, जिससे पानी को दिल्ली की ओर डायवर्ट किया जा रहा है। यमुना का वर्तमान जलस्तर 67,034 क्यूसेक पर पहुँच गया है, जबकि पूर्वी यमुना में 1,510, पश्चिमी यमुना में 7,010 और यमुना मुख्य नदी में 58,514 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। बैराज से डायवर्ट किया गया पानी 24 से 48 घंटे के भीतर दिल्ली पहुँच सकता है, इसलिए राजधानी और यमुना के किनारे बसे गांवों में अलर्ट जारी किया गया है।
यमुनानगर जिला प्रशासन ने यमुना नदी के किनारे बसे दर्जनों गांवों के लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा है। यमुना के तेज बहाव और आसपास के इलाकों में भूमि कटाव के कारण फसलें जलमग्न हो रही हैं और घरों में पानी घुसने का खतरा बना हुआ है।
साथ ही, अंबाला छावनी की टांगरी नदी में जलस्तर बढ़ने से आसपास के लोग भयभीत हैं। एहतियात के तौर पर हरियाणा के मंत्री विज अनिल विज ने इलाके का जायजा लिया और लोगों से घरों से बाहर आने की अपील की। पंचकूला के मोरनी क्षेत्र में लगातार बारिश से लैंडस्लाइड हुआ और सड़क का हिस्सा धंस गया। प्रशासन ने जेसीबी मशीन लगाकर मार्ग बहाल करने का काम शुरू किया, हालांकि कई अन्य मार्ग अभी भी बंद हैं।
बीती रात पंचकूला में 112 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि यमुनानगर के हथिनीकुंड बैराज में तापमान 21.3 डिग्री सेल्सियस और 3.6 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई। चंडीगढ़ में 23.7 डिग्री तापमान और 35.8 मिमी बारिश दर्ज हुई। बारिश और जलस्तर वृद्धि को देखते हुए प्रशासन, पुलिस और आपदा प्रबंधन टीमें अलर्ट मोड पर हैं और जरूरत पड़ने पर राहत कार्य तेजी से संचालित कर रही हैं।